A Secret Weapon For baglamukhi shabar mantra
जातक अपनी पढ़ाई पर अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ ढंग से धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने में सफल होता है।इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के तमाम चमतà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को देखते हà¥à¤ तंतà¥à¤° साधना मे विशेष शतà¥à¤°à¥‚ को दणà¥à¤¡ देने के लिठइन मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की रचनाà¤à¤‚ की और इनके पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ à¤à¥€ विशेष पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ शाली है। वहीं अगर अनà¥à¤¯ तंतà¥à¤° मंतà¥à¤° की वात की जाये तव वह सब मतà¥à¤°à¤‚ और तंतà¥à¤° ऋषि महरà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ नें ही मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की रचनायें की है। तब से अब तक यह विशेष पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ शाली है। नाथों में यह मतà¥à¤°à¤‚ शाबर मतà¥à¤°à¤‚ विशेष पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ शाली है जो की बड़े से बड़े शतà¥à¤°à¥ संघारक पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने में सकà¥à¤·à¤® है; शाबर मतà¥à¤°à¤‚ वाक़ई चमतà¥à¤•à¤¾à¤°à¥€ है।
तांतà¥à¤°à¤¿à¤• विशेष कर शाबर मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ पर ही निरà¥à¤à¤° है कà¥à¤›à¥‡à¤• साघको ने जिन शाबर मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को कठोर साधना कर घोर -अघोर कà¥à¤°à¤® से साघ लिया हैं उनकी इचà¥à¤›à¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿ ही काफ़ी हैं
The term 'Shabar' originates from the Hindi language and refers to a selected style of mantra that is simple, efficient, and simple to pronounce. These mantras were being principally used by the common individuals who were not well-versed in Vedic rituals and Sanskrit chants.
बगलामà¥à¤–ी का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ जब पूरे शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤à¤¾à¤µ से जप किया जाता है, तो यह मंतà¥à¤° ततà¥à¤•à¤¾à¤² राहत और परम सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर सकता है। साथ ही यह मंतà¥à¤° कमजोर और शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ की रकà¥à¤·à¤¾ कर सकता है। लेकिन यह बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है कि इसका उपयोग बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के लिठन किया जाà¤à¥¤
When you've got any court matters pending, you may say this mantra to obtain righteousness and a quick resolution.
महादेव और पारà¥à¤µà¤¤à¥€ ने ही मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤– निवारण हेतॠशाबर मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की रचना की। शाबर ऋषि व नव नाथों ने à¤à¥€ कलियà¥à¤— में मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤–ों को देखते हà¥à¤ की व सहज संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ ना पॠपाने के कारण à¤à¥€ है, आà¤à¤– की पीड़ा-अखयाई ,कांख की पीड़ा -कखयाइ, पीलिया, नेहरूआ, ढोहरूआ, आधासीसी ,नज़र à¤à¥‚त पà¥à¤°à¥‡à¤¤ बाधा से मà¥à¤•à¥à¤¤à¥€ हेतॠही की थी जिससे उपचार में विशेष सहायता पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ और रोगी का ततछण आराम मिल जाता है। आज à¤à¥€ à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¾ लगवाने कà¥à¤›à¥‡à¤• असाधà¥à¤¯ रोगों के विशेष पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ शाली है,
यह à¤à¤•à¥à¤¤ के अपने साथियों के साथ संबंध को मधà¥à¤° और मजबूत बनाता है।
अपने पà¥à¤°à¤¬à¤‚धकों, वरिषà¥à¤ ों और सहकरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ à¤à¤•à¥à¤¤ के कामकाजी संबंधों को मजबूत करता है।
“Aum Hreem Baglamukhi sarv dushtanaam vaacham mukham padam stambhyaJivhaam keelya, buddhim vinaashya hreem aum swaahaâ€
“अयं हरिं बगलामà¥à¤–ी सरà¥à¤µ दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¤‚ वचं मà¥à¤– पदं सà¥à¤¤à¤®à¥à¤à¤¯à¤¾
ॠहà¥à¤°à¥€à¤‚ बगलामà¥à¤–ि! जगदà¥à¤µà¤¶à¤‚करी! मां बगले पà¥à¤°à¤¸à¥€à¤¦-पà¥à¤°à¤¸à¥€à¤¦ मम सरà¥à¤µ मनोरथान पूरय-पूरय हà¥à¤°à¥€à¤‚ ॠसà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾à¥¤
Your browser isn’t supported any more. Update it to obtain the best YouTube working experience and our most recent options. Learn more
वासà¥à¤¤à¤µ में शाबर-मंतà¥à¤° अंचलीय-à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं से समà¥à¤¬à¤¦à¥à¤§ होते हैं, जिनका उदà¥à¤—म सिदà¥à¤§ उपासकों से होता है। इन सिदà¥à¤§à¥‹à¤‚ की साधना का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ ही उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहे गठशबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में शकà¥à¤¤à¤¿ जागà¥à¤°à¤¤ कर देता है। इन मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में न à¤à¤¾à¤·à¤¾ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ होती है और न ही संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ जैसी कà¥à¤²à¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾à¥¤ बलà¥à¤•à¤¿ ये तो à¤à¤• साधक के हृदय की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ होती है जो उसकी अपनी अंचलीय गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में website सहज ही पà¥à¤°à¤¸à¥à¤«à¥à¤Ÿà¤¿à¤¤ होती है। इसलिठइन मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤·à¤¾-शैली पर विचार करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं है। यदि आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है तो वह है इनका पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ महसूस करने की।